मेरे सपनों की सवारी

मेरे सपनों की सवारी 🌈 सूरज बोला – चलो खेलें, बादल बोले – छुपन-छुपाई ले लें। नदी हँसी और बोली प्यारी, आओ करें कागज़ की सवारी। तितली ने रंग बिखराए, भौंरा गुनगुन गीत सुनाए। चंदा बोला – अब सोने चल, सपनों की गलियों में खोने चल। सारा जहाँ लगे है न्यारा, जब माँ ने मुझको सीने से संवारा।

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